गोविन्दपुरा के हाईप्रोफाइल मर्डर केस में नया खुलासा हुआ है पुलिस के अनुसार आरोपी उदयन अपनी पत्नी अकांक्षा के पहले अपने माँ बाप को भी मारकर घर के आंगन मे दफन करने की बात कह रहा है ..इस माम्ले मे खुल रहे राजो ने पुलिस को भी हिलाकर रख दिया है इसके पहले उसने कहा था की वो खुद भी फांसी लगाकर आत्महत्या की कोशिश में था और उसने इसके लिए बाकायदा एक फंदा चबूतरे के ऊपर जिसमे अपनी पत्नी को उसने दफनाया था टांग रखा था
इसके पहले उदयन ने कहा था की उसको उसकी न्यूयार्क में रहने वाली माँ से आर्थिक मदद मिलती थी......
बंगाल से सात महीने पहले लापता हुई एक युवती की तलाश करने के लिए वेस्ट बंगाल पुलिस राजधानी भोपाल पहुंची है। युवती की तलाश के संबंध में पुलिस ने गोविंदपुरा थाना क्षेत्र स्थित साकेत नगर निवासी एक युवक को हिरासत में लिया है। पुलिस ने जिस युवक को हिरासत में लिया है, उसने पूछताछ में कबूला है कि उसने युवती से बीते जून 2015 में न्युयार्क मे शादी की थी। युवक ने यह भी कबूला है कि उसने अपनी कथित पत्नी यानि युवती की हत्या भी की है। वेस्ट बंगाल पुलिस ने राजधानी की गोविंदपुरा पुलिस की मदद से युवक को हिरासत में लिया है। जो जानकारी सामने आ रही है उसके मुताबिक आरोपी ने अपनी प्रेमिका को मारकर घर मे दफना दिया और एक चबुतरा बना दिया ................
पश्चिम् बंगाल निवासी देवेन्द्र कुमार शर्मा की 28 साल की बेटी आकांक्षा जून 2016 से लापता थी। इसके बाद शर्मा ने बाकुरा थाने में अपनी लड़की के अपहरण का मालमा दर्ज करवाया था।
आगे बताया कि देवेन्द्र कुमार को शक था कि उनकी पुत्री आकांक्षा, उदय दास पिता पीके दास उम्र 32 वर्ष निवासी एमआईजी/62 सेक्टर 3ए साकेत नगर गोविंदपुरा भोपाल, के साथ है। लापता आकांक्षा के परिजन की निशानदेही पर बाकुर थाना पुलिस भोपाल पहुंची। उसके बाद गोविंदपुरा पुलिस की मदद से उदय दास को उसके निज निवास से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के दौरान उदय दास ने बताया कि बीते वर्ष 2007 में उसकी दोस्ती आकांक्षा से हुई थी। बीते जून 2015 में उदय दास और आकांक्षा को लेकर न्यू यार्क अमेरिका जा चूका है कोर्ट मैरिज की थी।या नही अभी क्लीयर नही हुआ उदय दास ने दावा किया है कि उसने आकांक्षा की हत्या की है। उदय दास से पूछताछ जारी है।
आरोपी उदयदास के एक पड़ोसी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि करीब दो महीने पहले, उदयदास ने अपने घर में पक्के कांक्रीट का एक चबूतरा बनाया है। इस चबूतरे का निर्माण उदयदास ने बिना किसी लेबर की मदद लिए अपने हाथों से बनाया था।पड़ोसी का कहना है कि उदयदास इस चबूतरे के पास किसी को आने भी नहीं देता। चबूतरा बनने के बाद उदयदास अपने घर के मुख्य दरवाजे से अंदर आने के बजाए, दीवार कूदकर अंदर आता-जाता है।पड़ोसी का कहना है कि करीब चार माह पूर्व उदयदास के साथ एक लड़की भी रहती थी। दोनों के हाव-भाव देखकर ऐसा प्रतीत होता था कि उदयदास और लड़की लिव इन रिलेशनशिप में रह रहे हैं। पडोसी की बातो से पुलिस को शक हुआ की उदय ने लडकी की लाश को यही दफनाया दिया है...........


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