संघ और बी जे पी के कई मंत्रियो की तरह उमा भारती भी ब्युरोक्रेसि पर विश्वास नहीं कर पा रही है ,,उनके ताजा बयान से लगता तो ऐसा ही है ..उमा ने रायपुर मे कहा है की "ब्युरोरोक्रेट्स पिंजरे में बंद चिड़िया होते हैं....उनसे कोई काम कैंसिल तो कराया जा सकता है....लेकिन आसानी से शुरु नहीं कराया जा सकता.....उनसे नई चीज शुरू कराने के लिए छप्पन इंच का सीना लगता है....ये कहना है केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती का....उमा भारती ने ये बात रायपुर में कहीं...जहां वो जल एवं भूमि प्रबंधन विषय पर आयोजित कॉन्फ्रेंस में शामिल होने पहुंची थी....कॉन्फ्रेंस में नई योजनाओं में होने वाली लेटलतीफी की बात आई तो उमा भारती ने ब्यूरोक्रेट्स को आड़े हाथों ले लिया...हालांकि बाद में उन्होंने पिंजरे वाले बयान में सुधार करते हुए कहा कि ब्यूरोक्रेट्स राजनेताओं के ही बनाए नियम-कायदों के पिंजरों में कैद रहते है...
No comments:
Post a Comment