आनंद मंत्रालय के प्रभारी और प्रदेश के सामान्य प्रशासन राज्यमंत्री लालसिंह आर्य को कोर्ट ने कांग्रेसी विधायक माखनलाल जाटव हत्याकांड में आरोपी बनाने का निर्देश दिया है। माखनलाल की हत्या अप्रैल 2009 में चुनाव प्रचार के दौरान हुई थी। इस मामले में एक आरोपी तेजनारायण शुक्ला की भी पहले रहस्यमय तरीके से मौत हुई थी
आपको बता दे की...
-यह मामला 8 साल पुराना है, जब भिंड के गोहद इलाके में कांग्रेसी विधायक माखनलाल जाटव की गोली मारकर हत्या की गई थी। उस दौरान वे चुनाव प्रचार कर रहे थे।
-माखनलाल जाटव के परिजनों ने इस हत्या का आरोप उस समय भाजपा नेता लाल सिंह आर्य पर लगाया था। इस मामले में जमकर तूल पकड़ा था और माखनलाल जाटव के परिजन आर्य को आरोपी बनाने पर जोर दे रहे थे।
कोर्ट ने दिया आरोपी बनाने का आर्डर
-अब शुक्रवार को भिंड कोर्ट के न्यायधीश योगेश कुमार गुप्ता ने मिनिस्टर लाल सिंह आर्य को 302 का आरोपी बनाने का आदेश जारी किए हैं। परिजनों ने धारा 319 के तहत आवेदन लगाया था। न्यायालय से लाल सिंह आर्य की गिरफ्तारी के लिए वारंट भी जारी किया गया है।
-इसके पहले भी माखनलाल हत्याकांड में एक आरोपी तेजनारायण शुक्ला का शव उनके फार्म हाउस में संदिग्ध अवस्था में दो साल पहले मिला था। इस मामले में शुक्ला 39 महीने जेल में रहे और जमानत पर रिहा थे।
-अब शुक्रवार को भिंड कोर्ट के न्यायधीश योगेश कुमार गुप्ता ने मिनिस्टर लाल सिंह आर्य को 302 का आरोपी बनाने का आदेश जारी किए हैं। परिजनों ने धारा 319 के तहत आवेदन लगाया था। न्यायालय से लाल सिंह आर्य की गिरफ्तारी के लिए वारंट भी जारी किया गया है।
-इसके पहले भी माखनलाल हत्याकांड में एक आरोपी तेजनारायण शुक्ला का शव उनके फार्म हाउस में संदिग्ध अवस्था में दो साल पहले मिला था। इस मामले में शुक्ला 39 महीने जेल में रहे और जमानत पर रिहा थे।

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