कभी थेटे के साथ मंच पर तो कभी कर्मचारियों के साथ जमीन पर..ये अंदाज इन दिनों कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव और उनके सहयोगियों का देखा जा सकता है और माना जा रहा है की सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियो के नाराज तबके के साथ खड़े होकर कांग्रेस बी जे पी के इस परम्परागत वोट बैंक में सेंध लगाना चाहती है
हालांकि बी जे पी के रणनीतिकार मानते है कांग्रेसियो को सिर्फ कैमरे और कमरे की राजनीति आती है इसीलिए कांग्रेस की ये रणनीति कारगर नहीं होगी
पंचायत प्रतिनिधियों के विरोध ने पहले सेही बी जे पी को मुश्किल में डाला हुआ है अब अगर कांग्रेस नाराज कर्मचारियों और अधिकारियो के सहारे अगर बी जे पी के वोट में सेंधमारी करती है तो बी जे पि के लिए मुश्किल तो होगी खासतौर पर अतिथि शिक्षको की नाराजगी मैहर चुनाव में थोड़ा असर तो डाल ही सकती है अनुराग मालवीय
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